ग्रेटर नोएडा – भारत के एक प्रमुख बिजनेस स्कूल, बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी ग्रेटर नोएडा में 18 नवंबर से 21 नवंबर, 2024 तक डेटा एनवेलपमेंट एनालिसिस (डीईए2024) पर प्रतिष्ठित वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस सम्मेलन की थीम थी- ‘एडवांसिंग डीईए – ब्रिजिंग थ्योरी एंड प्रेक्टिस’ वैचारिक और बौद्धिक तौर पर महत्वपूर्ण इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन बिमटेक और यूके के सरे बिजनेस स्कूल में सेंटर फॉर बिजनेस एनालिटिक्स इन प्रैक्टिस (सीबीएपी) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। इसमें 80 से अधिक वैश्विक लीडर्स और उद्योग विशेषज्ञों ने डेटा एनवेलपमेंट एनालिसिस में नवीनतम प्रगति और विभिन्न क्षेत्रों में इसके विविध एप्लीकेशंस का पता लगाने के लिए गहन विचार-विमर्श किया।
कॉन्फ्रेंस के पहले दिन 18 नवंबर को करियर की शुरुआत करने वाले विद्वानों, डॉक्टरेट छात्रों और उम्मीदवारों के लिए पूर्व-सम्मेलन कार्यशालाओं और समानांतर सत्रों का आयोजन किया गया। इनमें प्रो. सुभाष रे (कनेक्टीकट विश्वविद्यालय), प्रो. विक्टर पोडिनोवस्की (लफबोरो विश्वविद्यालय), और प्रो. अली इमरूज़नेजाद (सरे विश्वविद्यालय) सहित विश्व स्तर पर प्रशंसित विशेषज्ञों ने हाइब्रिड मोड के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए। विशेषज्ञों ने कैपेसिटी यूटिलाइजेशन के मापन के लिए डीईए का उपयोग करने और मशीन लर्निंग तकनीकों के साथ एआई डीईए को जोड़ने जैसे विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
19 से 21 नवंबर, 2024 तक मुख्य सम्मेलन में तीन पूर्ण सत्र और कई समानांतर कार्यशालाएँ आयोजित की गईं, जिनमें विभिन्न ऑनलाइन प्रस्तुतियाँ और एक उद्योग सत्र शामिल था। उपस्थित लोगों ने प्रो. सुभाष रे, प्रो. विक्टर पोडिनोव्स्की और प्रो. इमैनुएल थानासौलिस (एस्टन यूनिवर्सिटी) जैसे प्रतिष्ठित वक्ताओं के नेतृत्व में व्यावहारिक प्रस्तुतियों और चर्चाओं में भाग लिया। इस दौरान जिन विषयों पर चर्चा की गई, उनमें एडवांस्ड डीईए मॉडलिंग तकनीकों से लेकर डीईए में मशीन लर्निंग अनुप्रयोग तक शामिल थे।
उद्योग-अकादमिक सहयोग पर एक विशेष सेगमेंट भी आयोजित किया गया, जिसमें विनियामक संबंधी चुनौतियों, दक्षता मीट्रिक और सस्टेनेबल से जुड़े प्रयासों पर विचार किया गया। इस तरह शैक्षणिक अनुसंधान और व्यावहारिक उद्योग अनुप्रयोगों के बीच सार्थक संबंध विकसित करने की दिशा में पहल की गई।
इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बिमटेक की डायरेक्टर डॉ. प्रवीणा राजीव ने कहा, ‘‘डीईए एप्लीकेशंस दरअसल समस्या-समाधान के लिए एक बहु-विषयक विजन को पेश करते हुए अभिनव समाधान प्रदान करते हैं। आउटपुट-उन्मुख रणनीतियों पर जोर देते हुए उत्पादकता को बढ़ाने वाले प्रमुख कारकों की पहचान की गई, जिससे सस्टेनेबल प्रथाओं और विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ। इस सम्मेलन से बौद्धिक रूप से उत्तेजक चर्चाओं और अंतर्दृष्टि ने डीईए और व्यावसायिक डोमेन में इसके विविध अनुप्रयोगों की हमारी समझ को और बेहतर किया है। डीईए2024 ने इस प्रदर्शन बेंचमार्किंग तकनीक में अनुसंधान और अनुप्रयोगों को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है, जिससे इस परिवर्तनकारी क्षेत्र में भविष्य के सहयोग और नवाचारों का मार्ग प्रशस्त हुआ।’’