मुंबई: डीसीबी बैंक लिमिटेड (BSE: 532772, NSE: DCB) ने वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने वार्षिक और अंतिम तिमाही (Q4FY2025) के ऑडिटेड वित्तीय परिणाम घोषित कर दिए हैं। बैंक के निदेशक मंडल ने 25 अप्रैल 2025 को मुंबई में आयोजित बैठक में इन परिणामों को मंज़ूरी दी। साथ ही, वैधानिक ऑडिटर्स ‘वर्मा एंड वर्मा’ और ‘बीएसआर एंड कंपनी एलएलपी’ की ऑडिट रिपोर्ट भी पेश की गई।
📊 प्रदर्शन के मुख्य आँकड़े:
- तिमाही मुनाफा (Q4FY25):
बैंक ने जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में ₹177 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित किया, जो पिछले साल की समान तिमाही (₹156 करोड़) की तुलना में 14% अधिक है। - वार्षिक लाभ (FY2025):
पूरे वित्त वर्ष में बैंक का शुद्ध लाभ ₹615 करोड़ रहा, जबकि FY2024 में यह ₹536 करोड़ था। यह 15% सालाना बढ़ोतरी को दर्शाता है। - ऋण और जमा में दोहरी वृद्धि:
बैंक के कुल अग्रिम (Advances) में 25% और कुल जमा (Deposits) में 22% की वृद्धि दर्ज की गई।- बंधक ऋण में 21%
- सह-ऋण में 117%
- निर्माण वित्त में 38%
- कृषि व समावेशी बैंकिंग में 14% की बढ़ोतरी हुई।
- एनपीए स्तर:
31 मार्च 2025 को बैंक का सकल एनपीए 2.99% और शुद्ध एनपीए 1.12% रहा।- प्रावधान कवरेज अनुपात (PCR): 74.48%
- गोल्ड लोन एनपीए हटाने पर: 75.22%
- पूंजी पर्याप्तता:
बेसल-III मानकों के अनुसार बैंक का कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात 16.77% रहा, जिसमें टियर I पूंजी 14.30% और टियर II पूंजी 2.47% शामिल है।
🗣️ प्रबंधन की प्रतिक्रिया:
डीसीबी बैंक के एमडी एवं सीईओ प्रवीण कुट्टी ने कहा:
“हमारा ध्यान विकास, उत्पादकता और पोर्टफोलियो की गुणवत्ता पर बना हुआ है। नेट इंटरेस्ट मार्जिन स्थिर है और शुल्क आधारित आय में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। हम लागत नियंत्रण में सफल रहे हैं और हमें भरोसा है कि यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा।”
नोट: डीसीबी बैंक ने यह परिणाम ऐसे समय पर जारी किए हैं जब बैंकिंग सेक्टर में प्रतिस्पर्धा तेज है और उच्च एनपीए के बीच स्थिरता बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।