मुंबई: अगर किसी निवेशक ने 1995 में एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड में ₹1 लाख लगाए होते, तो 2025 तक उसका निवेश बढ़कर ₹1.84 करोड़ हो चुका होता। यह जानकारी 31 मार्च 2025 को उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार सामने आई है। फंड ने पिछले 30 वर्षों में 18.82% का सालाना औसत रिटर्न (CAGR) दिया है और अपने बेंचमार्क Nifty 500 TRI को भी काफी पीछे छोड़ दिया है।
एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड को 1 जनवरी 1995 को लॉन्च किया गया था और तब से यह बाजार में लार्ज, मिड और स्मॉल कैप कंपनियों में निवेश करता आ रहा है।
SIP से बनी करोड़ों की संपत्ति
अगर कोई निवेशक फंड की शुरुआत से हर महीने ₹10,000 का निवेश करता, तो अब तक करीब ₹36.20 लाख का निवेश ₹20.24 करोड़ में तब्दील हो गया होता।
फंड की खासियत: स्थिरता और गुणवत्ता पर फोकस
फंड की रणनीति एक मजबूत ‘बॉटम-अप’ अप्रोच पर आधारित है, जिसमें कंपनियों का चुनाव उनके कारोबार की मजबूती, मूल्यांकन और भविष्य की ग्रोथ संभावना के आधार पर किया जाता है। इसका उद्देश्य दीर्घकालिक निवेश के लिए टिकाऊ कंपनियों को पोर्टफोलियो में शामिल करना है।
फंड एक संरचित जोखिम प्रबंधन रणनीति अपनाता है, जिसमें निवेश से पहले व्यापक रिसर्च, बाजार चक्र का विश्लेषण और पोर्टफोलियो का विविधीकरण शामिल होता है।
नेतृत्व की राय
एचडीएफसी एएमसी के प्रबंध निदेशक और सीईओ श्री नवनीत मुणोत ने कहा,
“हमारा फंड हर बाजार परिस्थिति में टिके रहने की क्षमता रखता है। बीते तीन दशकों में इसका प्रदर्शन हमारी रणनीति की मजबूती और निवेशकों के विश्वास का प्रमाण है।”
फंड की सीनियर फंड मैनेजर सुश्री रोशी जैन ने बताया,
“हमने हमेशा अच्छी कंपनियों में लंबे समय तक निवेश पर ज़ोर दिया है। हमारा उद्देश्य है – बेहतर रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न के साथ निवेशकों की संपत्ति निर्माण की यात्रा को सशक्त बनाना।”