भारत-फिलीपींस: भारत और फिलीपींस के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर गुल्लास कॉलेज ऑफ मेडिसिन द्वारा “इंडो-फिलीपींस कल्चरल एजुकेशन एक्सचेंज समिट” का आयोजन किया गया। यह सम्मेलन फिलीपींस के मंडाउ सिटी स्थित जीसीएमआई ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ, जिसका उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, संस्कृति और पर्यटन के माध्यम से द्विपक्षीय सहयोग को और अधिक मजबूत बनाना था।
1952 में भारत और फिलीपींस के बीच मैत्री संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे, और यह आयोजन उसी ऐतिहासिक क्षण की 75वीं वर्षगांठ को चिह्नित करता है। इस मौके पर, फिलीपींस में भारत के माननीय राजदूत महामहिम हर्ष कुमार जैन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रमुख गणमान्य व्यक्ति:
- महामहिम हर्ष कुमार जैन – फिलीपींस में भारत के राजदूत
- महामहिम ग्लोरिया मैकापागल-अरोयो – फिलीपींस की पूर्व राष्ट्रपति
- महामहिम अब्दुल्ला दया सैदु – नाइजीरिया दूतावास के प्रथम सचिव
- महामहिम रंगसंत श्रीमंगकोर्न – फिलीपींस में थाईलैंड के राजदूत
- एलेनोर बी. अल्मोरो – पूर्व अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ मेडिसिन, प्रोफेशनल रेगुलेशन कमिशन (PRC)
सम्मेलन के मुख्य आकर्षण:
- तिरुवल्लुवर की प्रतिमा का अनावरण – प्रसिद्ध तमिल कवि और दार्शनिक तिरुवल्लुवर को सम्मानित करने के लिए इस प्रतिमा का अनावरण किया गया। तिरुक्कुरल जैसी कालजयी कृति के माध्यम से उन्होंने नैतिक, राजनीतिक और आर्थिक विचारों को प्रेरित किया।
- गुल्लास कॉलेज ऑफ मेडिसिन इंक के उपाध्यक्ष, एटॉर्नी जोसेफ बडुएल द्वारा उद्घाटन भाषण।
- सांस्कृतिक प्रस्तुतियां – जिनमें सख्यम डांस अकादमी और लान्हिंग बटांगन डांस ट्रूप द्वारा विशेष प्रदर्शन किए गए।
सम्मेलन में व्यक्त किए गए विचार:
महामहिम हर्ष कुमार जैन, भारत के राजदूत:
“भारत और फिलीपींस का रिश्ता गहरे आपसी सम्मान और साझी विरासत पर आधारित है। यह शिखर सम्मेलन शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति में सहयोग को और प्रगाढ़ बनाएगा। गुल्लास मेडिकल कॉलेज में तिरुवल्लुवर की प्रतिमा का अनावरण दोनों देशों की बौद्धिक परंपराओं को सम्मान देने का प्रतीक है।”
डॉ. डेविड के. पिल्लई, चीफ एग्जीक्यूटिव कंसल्टेंट, गुल्लास कॉलेज ऑफ मेडिसिन:
“भारत-फिलीपींस के 75 वर्षों के कूटनीतिक संबंधों को मनाना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। हाल के वर्षों में, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान से यह रिश्ता और मजबूत हुआ है। चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में, फिलीपींस भारतीय छात्रों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बन गया है।”
कैडविन पिल्लई, सीईओ, ट्रांसवर्ल्ड एजुकेयर प्राइवेट लिमिटेड और किंग्स इंटरनेशनल लिमिटेड:
“हम फिलीपींस सरकार और शिक्षा मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने इस ऐतिहासिक अवसर को शानदार ढंग से मनाने में योगदान दिया। तिरुवल्लुवर की प्रतिमा न केवल भारतीय साहित्य और संस्कृति को सम्मान देती है, बल्कि दोनों देशों के शैक्षिक आदान-प्रदान को भी मजबूत करती है।”
भारत-फिलीपींस संबंधों की नई दिशा:
इस सम्मेलन ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और संस्कृति के क्षेत्रों में भारत-फिलीपींस सहयोग को और सशक्त किया है। हाल के वर्षों में, फिलीपींस में अध्ययन करने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 25% की वृद्धि हुई है, जो इस देश की उच्च शिक्षा प्रणाली और अनुकूल नीतियों का प्रमाण है।
भारत और फिलीपींस की यह साझेदारी न केवल द्विपक्षीय विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि वैश्विक स्तर पर सहयोग और मित्रता के नए अवसर भी सृजित करेगी।