नई दिल्ली/सिलिकॉन वैली – भारत ने अमेरिका के कैलिफोर्निया में आयोजित वैश्विक तकनीकी और स्टार्टअप सम्मेलन TiEcon 2025 में अपने कौशल विकास और एआई नवाचारों का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, श्री जयंत चौधरी ने वीडियो संदेश के माध्यम से बताया कि भारत ने अब तक 1 मिलियन से ज्यादा नए उद्यमियों को प्रोत्साहित किया है।
TiEcon 2025, जो कि दुनिया का सबसे बड़ा टेक्नोलॉजी एवं उद्यमिता सम्मेलन है, इस साल “AIverse” थीम के तहत आयोजित हुआ। इसमें दुनियाभर के इनोवेटर्स, निवेशकों और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स ने भाग लिया। भारत ने इस मंच पर न केवल अपनी स्किल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसी पहलों को सामने रखा, बल्कि AI-समर्थित कौशल प्रशिक्षण मॉडल भी प्रदर्शित किए।
सम्मेलन में भारत की ओर से नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NSDC) की टीम ने भाग लिया और उनके प्रमुख श्री वेद मणि तिवारी, सीईओ और एमडी, NSDC इंटरनेशनल ने भारत के तेजी से विकसित हो रहे स्किल इकोसिस्टम पर बात की।
उन्होंने कहा, “AI जिस गति से दुनिया को बदल रहा है, उसमें हमारी प्राथमिकता युवाओं को इस बदलाव के लिए तैयार करना है। NSDC द्वारा लॉन्च किए गए डिजिटल प्लेटफॉर्म और कौशल कार्यक्रम भविष्य के लिए एक मजबूत आधार तैयार कर रहे हैं।”
भारतीय स्टॉल बना आकर्षण का केंद्र
NSDC द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी स्टॉल में AI-इंटीग्रेटेड लर्निंग टूल्स, डिजिटल स्किलिंग मॉडल और इंटरनेशनल वर्कफोर्स मोबिलिटी जैसे विषयों को दर्शाया गया। बड़ी संख्या में वैश्विक प्रतिभागियों ने इसमें रुचि दिखाई और भारत के साथ साझेदारी के अवसरों को तलाशा।
सम्मेलन के दूसरे दिन माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला और श्री तिवारी के बीच एक खास बातचीत भी हुई, जिसमें भारतीय युवाओं की क्षमताओं और डिजिटल इंडिया की प्रगति पर विचार साझा किए गए।
भारत को बनाया जा रहा है वैश्विक कौशल आपूर्तिकर्ता
सम्मेलन में यह भी उजागर किया गया कि कैसे भारत स्किल इंडिया डिजिटल हब, ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म्स, और इंटरनेशनल कोर्सेस के जरिए खुद को एक ग्लोबल स्किलिंग हब के रूप में स्थापित कर रहा है। NSDC इंटरनेशनल इस दिशा में विभिन्न देशों और उद्योगों के साथ साझेदारी कर रहा है ताकि भारतीय युवाओं को वैश्विक स्तर पर अवसर मिलें।