मुंबई। समावेश और विविधता को बढ़ावा देने के लिए गोदरेज DEI लैब और वेस्टलैंड बुक्स ने एक नई पब्लिशिंग पहल ‘क्विअर डायरेक्शन्स’ की शुरुआत की है। इस इम्प्रिंट के तहत LGBTQIA+ समुदाय से जुड़ी कहानियों को नॉन-फिक्शन, कविता और अन्य विधाओं में प्रकाशित किया जाएगा।
इस वर्ष 6 किताबें प्रकाशित की जाएंगी, जिनमें जीवन अनुभव, पहचान, और कल्पनाओं को स्वर दिया जाएगा।
क्या है खास इस नई पहल में:
- LGBTQIA+ लेखकों की रचनाओं को मिलेगा मंच
- 2025 में 6 किताबों का होगा प्रकाशन
- कविता, नॉन-फिक्शन और भविष्य में उपन्यास भी शामिल
- समावेशी साहित्य को मिलेगा बढ़ावा
मकसद:
इस इम्प्रिंट का उद्देश्य LGBTQIA+ समुदाय की विविधता, उनकी पहचान और अनुभवों को समाज के सामने लाना है, जिससे संवाद और स्वीकृति को बल मिले।
प्रमुख भूमिका में:
इस पहल के सीरीज एडिटर होंगे लेखक और समावेशिता के समर्थक पार्मेश शाहनी। उन्होंने कहा:
“यह इम्प्रिंट सिर्फ किताबों का नहीं, एक सामाजिक पुल का काम करेगा। जब दुनिया के कई हिस्सों में क्विअर अधिकारों को चुनौती दी जा रही है, ऐसे समय में यह एकजुटता और अभिव्यक्ति का साहसिक कदम है।”
वेस्टलैंड बुक्स की पहल:
वेस्टलैंड बुक्स LGBTQIA+ विषयों पर पहले भी चर्चित किताबें प्रकाशित कर चुका है। अब ‘क्विअर डायरेक्शन्स’ के ज़रिए नए लेखकों और रचनाकारों को आगे लाने की कोशिश की जा रही है।
वेस्टलैंड की प्रकाशक कार्तिका वी.के. ने कहा:
“हम लंबे समय से चाहते थे कि LGBTQIA+ समुदाय के लिए एक समर्पित और समावेशी इम्प्रिंट हो। यह साझेदारी उसी दिशा में एक ठोस कदम है।”
समावेशन की ओर बड़ा कदम:
गोदरेज इंडस्ट्रीज़ समूह ने पहले भी कई समावेशी पहलों की शुरुआत की है। यह नया इम्प्रिंट साहित्यिक क्षेत्र में भी समान अवसर और प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम योगदान है।